समस्तीपुर, 03 सितंबर 2025: पूर्व मध्य रेल (ECR) ने एक बड़ा फैसला लेते हुए समस्तीपुर रेलवे मंडल के क्षेत्राधिकार का विस्तार मुजफ्फरपुर तक कर दिया है। इस निर्णय से यात्रियों को सीधी राहत मिलने वाली है, क्योंकि अब कई प्रशासनिक और परिचालन संबंधी कार्य सीधे समस्तीपुर मंडल से जुड़ जाएंगे।
क्यों लिया गया यह फैसला
रेल मंत्रालय के अनुसार, समस्तीपुर मंडल की भौगोलिक स्थिति और यात्री भार को देखते हुए यह विस्तार आवश्यक था। मुजफ्फरपुर एक महत्वपूर्ण जंक्शन है, जहाँ से दरभंगा, सीतामढ़ी और उत्तर बिहार के कई जिलों के लिए रेल सेवाएँ संचालित होती हैं। अब इन सेवाओं का नियंत्रण सीधे समस्तीपुर मंडल के अधीन रहेगा।
यात्रियों को क्या फायदा होगा
- नई ट्रेनों की शुरुआत और समयसारणी में सुधार आसानी से होगा।
- शिकायत निवारण की प्रक्रिया तेज़ होगी।
- टिकट आरक्षण और प्लेटफॉर्म प्रबंधन में पारदर्शिता बढ़ेगी।
- स्थानीय मांग के आधार पर ट्रेनों की आवृत्ति बढ़ाई जा सकेगी।
प्रशासनिक ढांचे में बदलाव
मुजफ्फरपुर स्टेशन पर अब समस्तीपुर मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक और अन्य अधिकारियों की प्रत्यक्ष जिम्मेदारी होगी। पहले कई फैसलों के लिए हाजीपुर मुख्यालय की अनुमति लेनी पड़ती थी, जिससे देरी होती थी। नए ढांचे के बाद निर्णय क्षमता स्थानीय स्तर पर ही आ जाएगी।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
मुजफ्फरपुर और आसपास के यात्रियों ने इस निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि अक्सर ट्रेनों की लेटलतीफी और कोच की कमी जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता था, लेकिन अब मंडल विस्तार से सुधार की उम्मीद है। व्यापारियों ने भी माना कि मालगाड़ी संचालन और समय पर डिलीवरी से कारोबार को फायदा मिलेगा।
भविष्य की संभावनाएँ
रेलवे अधिकारियों ने संकेत दिया है कि आने वाले महीनों में मुजफ्फरपुर से सीधे नई ट्रेनों की घोषणा हो सकती है। इसके अलावा समस्तीपुर मंडल में डिजिटल टिकटिंग, स्टेशन रीडेवलपमेंट और स्वच्छता अभियानों को भी और तेज़ किया जाएगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह फैसला उत्तर बिहार की रेल सेवाओं में ऐतिहासिक बदलाव लाएगा और समस्तीपुर मंडल को और सशक्त बनाएगा।

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